बुधवार, 25 मार्च 2015

उनकी यादों के मौसम मेरे पास है चाहे वो पास मेरे रहे ना रहे

उनकी यादों के मौसम मेरे पास है चाहे वो पास मेरे रहे ना रहे 
हम समझते है उनको जरूरत मेरी चाहे वो अपने लब से कहें ना कहें  

चादनी रात में चाँद के साथ में एक तारा चमकता रहा रात भर 
प्रेम पूजा समर्पण है बलिदान है कुछ ना बोला इसी मर्म को जानकर 
 दूर ही   से सही उनको  देखा करें चाहे  तक़दीर में वो रहे न रहे .........! 

रेत  पर नाम लिखना मिटाना तेरा वो मुझे देखकर मुश्कुराना तेरा 
मुझसे मिलने की खातिर कड़ी धूम में मेरे कोठे पे चुपके से आना तेरा 
भूल सकते नही प्यार की वो डगर चाहे मिलना मिलाना रहे ना रहे .......!

एक झोका हवा का मेरे पास आ तेरी खुशबु से मुझको सताने लगा 
मै  अकेला नही साथ तेरा भी है इसका एहसास मुझको कराने लगा 

अपनी चाहत पे रखना भरोसा सदा चाहे मीरा का मोहन रहे न रहे ......!

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