इस तरह से फ़ना मुझको होना पड़ा
लब पे मुस्कान थी दिल को रोना पड़ा
अपनी चाहत को कहना पड़ा अलविदा
जिसको चाहा नही उसका होना पड़ा
--------------------------अरविन्द राय
लब पे मुस्कान थी दिल को रोना पड़ा
अपनी चाहत को कहना पड़ा अलविदा
जिसको चाहा नही उसका होना पड़ा
--------------------------अरविन्द राय