हमेशा सच ही कहता हूँ, तरफदारी नही हूँ
मेहनतकश हूँ मै यारों, कोई भिखारी नही हूँ
वाहक हूँ सूर तुलसी निराला की परम्परा का
मै चन्द भाड़ों की तरह कवि दरबारी नही हूँ
मेहनतकश हूँ मै यारों, कोई भिखारी नही हूँ
वाहक हूँ सूर तुलसी निराला की परम्परा का
मै चन्द भाड़ों की तरह कवि दरबारी नही हूँ
अरविन्द राय.........................
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